अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ताजा बयान राम सेतु के समर्थकों को थोड़ा परेशान कर सकता है। नासा ने कहा है कि अंतरिक्ष से खींची गईं पॉक स्ट्रेट की तस्वीरें राम सेतु के अस्तित्व को प्रमाणित नहीं करतीं। पॉक स्ट्रेट ही वह जगह है, जहां राम सेतु होने का दावा किया जाता रहा है। नासा के प्रवक्ता माइकल ब्राउकस के हमारे अंतरिक्ष यात्रियों ने पॉक स्ट्रेट की तस्वीरें खींची हैं। लेकिन इनसे यह पता नहीं लगाया जा सकता कि वहां मौजूद उथली चट्टानों की चेन कितनी पुरानी है। उसकी भूगर्भीय स्थिति क्या है। ये किस चीज की बनी हैं और क्या इन्हें इंसानों ने बनाया है। इसलिए इन दावों का कोई आधार नहीं है। नासा के इस स्पष्टीकरण से राम सेतु को तोड़ने के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे बीजेपी और दूसरे हिंदुत्ववादियों को झटका लग सकता है। हालांकि यह बयान केंद्र सरकार को थोड़ी राहत पहुंचा सकता है, जो आजकल राम सेतु पर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामों को लेकर आलोचनाएं झेल रही है।
एक बार मंदिर के मुद्दे को भुनाने की कोशिश की गइ अब सेतु को। न जाने देश को किस आग में झोंकने की कोशिश की जा रही है।
तात्विक चिंतन.
ReplyDeleteram setu ka phle reserch hona chahaiye hamari goverment ko is pr active hona chahaiye agar ye setu hua to iska rhna hindu hi nahi world ki histry ke liyejaruri hai ye ek anhoni se kam nahi hoga puri duniya ram ko manegi
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