Monday, October 1, 2007

लिया बहुत-बहुत ज़्यादा दिया बहुत-बहुत कम

जनसत्ता में छपी एक खबर के अनुसार प्रगतिवादी धारा के एक प्रमुख कवि त्रिलोचन शास्त्री गाजियाबाद के कौशांबी स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल हैं. यह खबर दुर्भाग्य से जनसत्ता के अलावा और कहीं नहीं छपी है. वहां शायद इसलिए छप सकी कि जनसत्ता में त्रिलोचन जी के पुत्र श्री अमित प्रकाश सिंह मुलाजिम हैं और वैसे भी जनसत्ता साहित्यिक-सांस्कृतिक सरोकारों से जुड़ी खबरें देने के ख्यात रहा है. उनके पुत्रों की बड़ी-बड़ी कोठियां हैं, जीवन भर बहुत कुछ उन लोगों ने पिता से लिया। यह जीवन, यह यौवन...नाम और हिंदी में इतना सम्मान...बहुत कुछ और अब जब उनके पिता बीमार और अशक्त हैं तो सरकार पर तोहमत आयद करने से बेहतर है कि वे लोग अपने दम पर जितना संभव हो करें। क्योंकि वे लोग हर तरीके से समर्थ हैं. (ख्वाब का दर)

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