दैनिक भास्कर और हिंदुस्तान के तेजतर्रार संपादक में गिने जाने वाले राजेंद्र तिवारी के बारे में लगाए जा रहे कयासों का बाजार खत्म अब हो गया है। खबर आ रही है कि वे अब अमर उजाला का पार्ट नहीं बनने जा रहे हैं। वे अपने प्रोजेक्ट के साथ विनिंग स्टोक्स के साथ जुड़ने जा रहे हैं।
विनिंग स्टोक्स एक मीडिया एचआर कंसल्टेंसी कंपनी है जो देशभर के कई बड़े मीडिया घरानों (जिसमें न्यूज एक्स और प्रभात खबर शामिल हैं) को अपनी सेवाएं उपलब्ध कराती है। इस कंपनी के मालिक हैं विप्लव बनर्जी। विप्लव बनर्जी के बारे में आपको बता दें कि वे वहीं विप्लव बनर्जी हैं जो कुछ समय पहले दैनिक भास्कर समूह के एचआर हेड हुआ करते थे। विप्लव दैनिक भास्कर के आलावा जी समूह के भी एचआर हेड रह चुके हैं। इन दोनों मीडिया संस्थानों के आलावा भी वे हिंदुस्तान लीवर में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुके हैं।
सूत्रों ने बताया कि इसी विनिंग स्टोक्स के साथ राजेंद्र तिवारी भी अपने नए प्रोजेक्ट के साथ जुड़ने जा रहे हैं। वे वहां संपादकीय प्रभारी होंगे। यानी कंपनी में उनकी हैसियत संपादक की होगी। कंपनी अब नए नवेले और पुराने लोगों को तकनीक के इस्तेमाल के साथ संपादकीय के गुर सिखाएगी। जिसकी कमान राजेंद्र तिवारी के हाथ में होगी। यह कंपनी न्यूज रूम ट्रेनिंग देगी। देश में इस तरह की ट्रेनिंग देने वाली यह पहली कंपनी है। क्योंकि अभी तक आडियो वीडियो और आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के साथ कोई भी इस प्रकार की ट्रेनिंग नहीं देता। राजेंद्र तिवारी कई मीडिया हाउसों में संपादकीय प्रभारी के रूम में काम कर चुके हैं। वे सहारा और अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनके बारे में कयास लगाया जा रहा था कि वे हिंदुस्तान के बाद अमर उजाला जा सकते हैं पर उन्होंने पत्रकारिता में कुछ नया करने की ठानी और अब वे नए नवेले और पुराने लोगों को अपने न्यूज रूम ट्रेनिंग के माध्यम से संपादकीय के गुर सिखाएंगे।
जनसत्ता एक्सप्रेस डॉट नेट से साभार
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